आप कृषि के छात्र है! तो कृपया ध्यान पूर्वक पढ़े
(अ) अन्य सभी स्नातक डिग्रिया BA,Bsc,बी.कॉम,BBA,BCA ,आदि सभी केवल ३ वर्षीय/६ सेमेस्टर कि है जबकि Bsc(Ag) ४ वर्षीय /८ सेमेस्टर कि है क्यों?
(ब) ३ वर्षीय डिग्री होने के बावजूद BBA डिग्री को व्यवसायिक डिग्री तथा BCA डिग्री को तकनिकी डिग्री कि मान्यता प्राप्त है जबकि Bsc (Ag) ४ वर्षीयडिग्री होने के बावजूद नतो तकनिकी डिग्री है और नाही व्यवसायिक डिग्री कि मान्यता प्राप्त है क्यों?
(स) BA कि डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र को कला/ लिटरेचर स्ट्रीम के सभी विषयों का अध्धय्यन करना अनिवार्य नही है - अर्थात BA का छात्र हिंदी अंग्रेजी उर्दू पंजाबी भूगोल इतिहास राजनीती अर्थशास्त्र समाजशास्त्र गृहविज्ञान सिक्षशास्त्र ड्रोविंग अदि विषयों में से ३ एच्छिक विषय के ग्रुप का चुनाव अपनी मर्जी से कर सकता है इसी प्रकार Bsc का छात्र फिजिक्स कैमिस्ट्री जूलोजी बोटनी गणित व् स्टेटिक्स में से किन्ही तीन का अपनी मर्जी से चयन कर सकता है जबकि Bsc ( Ag ) के छात्र को २६-२७ विषय अनिवार्य रूप से पढने होते है क्यों ?
(द) २६_२७ विषय के कारन Bsc(Ag) का छात्र सिलेबस अधिक विस्तृत होने के कारन प्रतियोगी परीक्षाओ में पिछड़ जाता है यही कारन है कि Bsc(Ag) का छात्र IAS अफसर नही बन पता कोई अपवाद भले ही हो /
(य) अन्य सभी डिग्रिया ३ वर्षीय होने के कारण उनका अध्ययन करने वाले छात्र Bsc(Ag) के छात्र से १ वर्ष पूर्व ही स्नातक हो जाते है तथा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओ में सम्मिलित होने के पात्र हो जाते है जबकि कृषि का छात्र १ साल पिछड़ जाता है.क्यों?
(र) देश में वन आच्छादित क्षेत्र कृषित क्षेत्र के मुकाबले ६ गुना कम होने के बावजूद -अखिल भारतीय स्तर पर संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा भारतीय वन सेवा परीक्षा का आयोजन कराया जाता है परन्तु वनों के मुकाबले ६ गुना अधिक कृषि क्षेत्र होने के बावजूद न तो अखिल भारतीय स्तर पर भारतीय कृषी सेवा का गठन किया गया है न ही संघ लोक सेवा आयोग द्वारा भारतीय कृषि सेवा परीक्षा का आयोजन कराया जाता है क्यों?
(ल)हमारा मानना है कि कृषि विषय वस्तु तकनीकी होने के कारण तथा कोर्स कि अवधि ४ वर्ष होने के कारण तथा सेलेबस में ५०% व्यवहारिक प्रशिक्षण होने के कारण Bsc(Ag) डिग्री को तकनीकी मान्यता दिया जाना चाहिएतथा डिग्री का नाम बदलकर B .TECH.(Ag ) कर देना चाहिए एवं Msc (Ag) का नाम M .Tech (Ag) कर देना चाहिए
(स) क्या आप हमसे सहमत है? क्या आप इस सम्बन्ध में संघर्ष करने हेतु तत्पर है? यदि नही तो आप अपनी दुर्गति एवं दुर्दशा को झेलने के लिए सदा-सदा के लिए तैयार रहे यदि आप चाहते है कि हम और हमारी आने वाली पीढियां कृषि शिक्षा के प्रति हो रहे सोतेले व्यव्हार से छुटकारा पा सके तथा अन्य स्नातक डिग्री धारको के समान प्रतियोगी परीक्षाओ में सफलता प्राप्त कर सके/ तो हम सबको एक जुट होकर समन्वित प्रयास करना होगा.
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